संत कबीर जयंती पर लच्छनपुर सतगंवा परिक्षेत्र में भव्य आयोजन, आमसभा में समाज विकास पर हुई सार्थक चर्चा

संत कबीर जयंती पर ग्राम लच्छनपुर सतगंवा परिक्षेत्र में भव्य आयोजन, आमसभा में समाज विकास पर हुई सार्थक चर्चा
लच्छनपुर, 11 जून।
लच्छनपुर सतगंवा परिक्षेत्र (हनुमंता, लच्छनपुर, कुम्हारी खुर्द, कुरदा, कचंदा, खम्हिया एवं गिधौरी) में बुधवार को संत शिरोमणि कबीरदास जी की जयंती बड़े ही श्रद्धा भाव और सामाजिक एकता के साथ मनाई गई। इस अवसर पर भव्य सांस्कृतिक आयोजन के साथ-साथ जनहितकारी मुद्दों पर गंभीर चर्चा भी देखने को मिली।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रथम सत्र में संत कबीर भजन संध्या से हुई, जिसमें विशेष सलाहकार श्री भूषण प्रसाद लाठिया एवं उनकी टीम ने हृदयस्पर्शी कबीर भजनों की प्रस्तुति देकर समस्त जनमानस को भक्ति और सामाजिक चेतना के रंग में सराबोर कर दिया। भजनों के माध्यम से कबीर के विचारों – जात-पांत से परे मानवता, समरसता और आध्यात्मिकता – को जन-जन तक पहुंचाया गया।

भजन संध्या के उपरांत एक सार्वजनिक आमसभा का आयोजन हुआ, जिसमें सतगंवा परिक्षेत्र के सर्वांगीण विकास और समाज के उन्नयन को लेकर गहन मंथन हुआ। सभा में उपस्थित सामाजिक जनों, पदाधिकारियों और आम ग्रामीणों ने सतगंवा क्षेत्र में शिक्षा, रोजगार, सामाजिक जागरूकता और संगठनात्मक मजबूती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे।
सभा में सतगंवा स्तर पर कार्य कर रहे सभी पदाधिकारियों द्वारा अब तक किए गए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। साथ ही आय-व्यय का ब्यौरा साझा करते हुए पारदर्शिता और जवाबदेही का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। बैठक में यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि समाजहित में सभी की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है और समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आकर योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर सूर्यवंशी समाज के अनेक सम्मानित सामाजिक जन, पदाधिकारी और युवा वर्ग की उल्लेखनीय उपस्थिति रही, जिन्होंने इस आयोजन को सफल और सार्थक बनाया। कार्यक्रम के संयोजन एवं समन्वय में ग्राम लच्छनपुर सहित समस्त परिक्षेत्रवासियों की सराहनीय भूमिका रही।
उक्त कार्यक्रम की जानकारी डॉ. अरुण प्रधान ने दी। उन्होंने बताया कि यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक पर्व नहीं था, बल्कि सामाजिक एकता, विचारशीलता और जनचेतना का एक सशक्त माध्यम बना, जो आने वाले समय में समाज के नव निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।